नवजात शिशु के लिए रोज़ाना कितने डायपर चाहिए?
नवजात शिशु की देखभाल में सबसे अहम चीज होती है डायपर। कई नए पेरेंट्स अक्सर ये सोचते हैं कि रोजाना कितने डायपर बदलना चाहिए ताकि उनके बच्चे की त्वचा स्वस्थ और साफ़ रहे। अगर डायपर कम बदले तो बच्चे की स्किन रैश या इंफेक्शन हो सकता है, और ज्यादा बदलना भी पैसों की बर्बादी हो सकता है।
आम तौर पर, नवजात शिशु के लिए दिन में 6 से 10 डायपर बदलना ठीक रहता है। शुरुआत में बच्चे के मूत्र और मल की संख्या ज्यादा होती है इसलिए डायपर जल्दी भर जाता है। यह ध्यान रखें कि डायपर गीला या गंदा होते ही तुरंत बदलें ताकि संक्रमण से बचा जा सके।
क्यों जरूरी है सही संख्या में डायपर बदलना?
डायपर सही समय पर बदलना जरूरी है क्योंकि इससे बच्चे की स्किन हर समय साफ और सूखी रहती है। जब डायपर गीला या फट जाता है, तो बच्चे को रैश या जलन हो सकती है, जो उसे बेचैन कर देती है। इसलिए डायपर बदलते वक्त बच्चे की स्किन को हल्के हाथों से साफ करना और क्रीम लगाना भी फायदेमंद होता है।
डायपर बदलने का सही समय बच्चे की जरूरत पर निर्भर करता है, लेकिन ध्यान रखें कि अधिक से अधिक 3-4 घंटे में एक बार बदलाव जरूरी है। खासकर रात में अगर डायपर ज्यादा गीला हो तो बदल देना चाहिए ताकि बच्चे की नींद खराब न हो।
डायपर चुनने और खर्च बचाने के टिप्स
डायपर खरीदते वक्त अच्छी क्वालिटी और बच्चे की स्किन के अनुकूल उत्पाद चुनें। सस्ते डायपर में त्वचा एलर्जी या रिसाव हो सकता है, जिससे बाद में ज्यादा खर्चा आ जाता है। आप अपने बजट के अनुसार ब्रांड्स की तुलना करें और जो बाजार में टेस्टेड और पॉजिटिव रिव्यू वाले डायपर हों, उन्हें प्राथमिकता दें।
इसके अलावा, डिस्पोजेबल डायपर की जगह कपड़े के डायपर भी कुछ मामलों में उपयोगी हो सकते हैं। ये बार-बार धोकर उपयोग किए जा सकते हैं और बच्चे की स्किन को भी नुकसान नहीं पहुंचाते। हालांकि सफाई पर थोड़ा ध्यान देना जरूरी होता है।
बच्चे की डेली डायपर जरूरत समझकर सही संख्या में डायपर रखना पेरेंट्स के लिए काफी मददगार होता है, जिससे न तो स्किन की समस्या होती है और न ही फालतू खर्चा होता है। याद रखें, बच्चे की हाइजीन बड़ी चीज होती है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।