
नकली दवा कैसे पहचानें: 2025 में असली-नकली की तेज़ जांच गाइड
60 सेकंड में दवा की असलियत जांचें: पैकेजिंग, QR कोड, कीमत, बैच नंबर, असर और साइड-इफेक्ट्स से नकली दवा पहचानें। 2025 के भारत-विशेष नियम, ऐप्स और रिपोर्टिंग तरीके।
कभी दवा की बॉतल या टेबलेट की पैकेजिंग देखी और समझ न पाईं? दरअसल, हर दवा के बॉक्स पर कुछ खास चिन्ह और शब्द होते हैं जो हमें सुरक्षित उपयोग में मदद करते हैं। इन संकेतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं तो दवा का असर कम हो सकता है या साइड इफेक्ट बढ़ सकता है। इसलिए नीचे बताई गई बातों को पढ़ें और दवा को सही ढंग से रखें।
समाप्ति (Expiry) तिथि – पैकेज पर लिखी तिथि बताती है कि दवा कब तक असरदार रहेगी। इस तारीख के बाद दवा की शक्ति घट सकती है, इसलिए हमेशा तिथि चेक करें।
डोज़िंग निर्देश – डॉक्टर या फार्मासिस्ट ने जो मात्रा बताई है, वह यहाँ लिखा होता है। टेबलॉइड, क्रीमी या लिक्विड फॉर्म भी इस भाग में दिखता है।
स्टोरेज संकेत – कुछ दवाएँ ठंडी जगह पर रखनी चाहिए, कुछ धूप से दूर। पैकेज पर "रिफ्रिजरेट" या "एवॉइड डाइरेक्ट सन्लाइट" जैसा शब्द देखिए।
सुरक्षा चेतावनी – गर्भवती महिलाएँ, बच्चे, या एलर्जी वाले लोग विशेष तौर पर इस भाग को पढ़ें। उदाहरण के तौर पर "प्यारी गर्भवती महिलाओं के लिये नहीं" या "पैरेन्टल एलर्जी" आदि।
श्रेणी (Schedule) संकेत – भारत में दवाओं को अलग‑अलग शेड्यूल में बाँटा जाता है। पैकेज पर "संक्ट 2", "संक्ट 4" जैसे लिखे हो सकते हैं, जो दवा की प्रतिबंधितता दिखाते हैं।
पहले पैकेज को हाथ में लेकर एक मिनट रखें, फिर ऊपर बताये गए प्रमुख भागों को क्रम से पढ़ें। अगर कोई शब्द समझ न आए, तो फार्मासिस्ट से पूछें या ऑनलाइन सर्च करें।
दवा को हमेशा उसी कंटेनर में रखें जिसमें वह आया था। एक खुली बोतल में हवा या नमी प्रवेश कर सकती है, जिससे दवा बिगड़ सकती है।
बच्चों की पहुंच से दूर रखें। छोटे बालक अक्सर बड़े पैकेजिंग को टॉफ़ी समझ कर लेते हैं। इसलिए ऊँची शेल्फ या लॉक वाले केबिनेट में रखें।
यदि दवा का रंग, गंध या बनावट बदल गया हो, तो तुरंत उपयोग न करें। कुछ दवाएँ समय के साथ लिक्विड में क्रीमी हो सकती हैं, जो संकेत है कि दवा खराब हो गई है।
प्रत्येक बार खुराक लेते समय, लेबल पर लिखी डोज़िंग को दोबारा जाँचें। ज्यादा या कम लेने से दवा का असर बिगड़ सकता है।
एक बार में कई दवाएँ लेना थोड़ा कठिन हो सकता है। ऐसे में एक छोटा नोटबुक या मोबाइल ऐप में दवा के नाम, डोज़ और समय लिखें। यह आपको व्यस्त दिन में भी याद रखेगा।
अंत में, अगर आप किसी दवा के बारे में अनिश्चित हैं, तो डॉक्टर या फार्मासिस्ट से तुरंत संपर्क करें। सही जानकारी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
इन आसान कदमों से आप दवा पैकेजिंग संकेतों को समझेंगे और दवा को सुरक्षित रूप से उपयोग कर पाएंगे। स्वास्थ्यसुरक्षा की इस गाइड को पढ़कर आप अपनी दवा की देखभाल में निपुण बनेंगे।
60 सेकंड में दवा की असलियत जांचें: पैकेजिंग, QR कोड, कीमत, बैच नंबर, असर और साइड-इफेक्ट्स से नकली दवा पहचानें। 2025 के भारत-विशेष नियम, ऐप्स और रिपोर्टिंग तरीके।