तनाव दूर करने की दवा – तुरंत राहत के 7 असरदार उपाय
क्या आप रोज़ काम या पढ़ाई से थके‑थके महसूस करते हैं? दिल की धड़कन तेज, सिर घूमता है और कोई बात भी मज़े की नहीं लगती? ये सब तनाव के लक्षण हैं, और ठीक करने के लिए दवाओं के साथ साथ कुछ सरल कदम भी मदद कर सकते हैं। नीचे हम बात करेंगे उन दवाओं की और साथ ही घर में आसानी से लागू होने वाले उपायों की जो तनाव को जल्दी ख़त्म कर देंगे।
दवाओं से पहले अपनाएँ ये घरेलू तरीके
1. गहरी सांस लेने का व्यायाम – दिन में दो‑तीन बार 5‑10 मिनट बस बैठकर नाक से गहरी सांस ले और मुँह से धीरे‑धीरे छोड़ें। इससे शरीर में ऑक्सीजन बढ़ती है और तनाव हार्मोन घटते हैं।
2. हर्बल चाय – अदरक, तुलसी या कैमोमाइल की चाय पीने से नर्वस सिस्टम शांत होता है। एक कप गर्म चाय का नियमित सेवन आपको आराम देगा।
3. हिटिंग पैड या गरम पानी की बोतल – गर्दन या कंधे पर गरम पानी की बोतल रखें। मांसपेशियों की जकड़न कम होती है और मन को सुकून मिलता है।
4. सोशल मीडिया डिटॉक्स – हर दिन कम से कम एक घंटे स्क्रीन‑टाइम कट करें। लगातार फ़ॉलो और नोटिफ़िकेशन तनाव बढ़ाते हैं, इसलिए इसका ब्रेक लेना बेस्ट है।
5. हल्की स्टेचिंग – काम के बीच 5‑10 मिनट खड़े होकर या कुर्सी पर बैठकर हल्की स्ट्रेचिंग करें। कलाई, कंधा और पीठ की स्ट्रेच से रक्त प्रवाह सुधरता है और थकान कम होती है।
डॉक्टर की सलाह में कौन सी दवाएँ काम करती हैं
यदि घरेलू उपायों से फ़ायदा नहीं हो रहा तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है। यहाँ कुछ आम दवाएँ हैं जो तनाव को कम करने में मदद करती हैं:
• बैंग फॉर्मे का बेंजोडायज़ेपीन – तेज़ी से एंग्जायटी कम करता है, लेकिन केवल डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन पर ही लेना चाहिए।
• सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (SSRI) – लम्बे समय तक चलने वाले तनाव या डिप्रेशन के लिये उपयोगी है। डॉक्टर की निगरानी में हल्के डोज़ से शुरू किया जाता है।
• ट्रायज़ोलॉजी दवाएँ – जैसे प्रोप्रानोलोल, जो हृदय की धड़कन को नियंत्रित करके शारीरिक तनाव लक्षण घटाते हैं।
ध्यान रखें, कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए। दवा लेते समय साइड इफ़ेक्ट और अन्य बीमारियों के साथ इंटरैक्शन देखना ज़रूरी है।
संक्षेप में, तनाव दूर करने की दवा या उपाय चुनते समय सबसे पहले अपने रोज़मर्रा की आदतों को चेक करें। हल्का व्यायाम, सही खानपान और पर्याप्त नींद अक्सर दवाओं की जरूरत को कम कर देती हैं। अगर फिर भी आराम नहीं मिल रहा, तो अनुभवी चिकित्सक से सलाह लेकर सही दवा और डोज़ ले सकते हैं। याद रखें, आपका शरीर और दिमाग दोनों को संतुलन चाहिए – तभी आप सच‑मुच तनाव‑मुक्त जीवन जी पाएँगे।