कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान Castor Oil Benefits In Hindi

Last updated on July 30th, 2022 at 12:37 am

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अरंडी तेल के फायदे


कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान Castor Oil Benefits In Hindi आयुर्वेद सदियों से हम भारतीय लोगों के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। यह भारत की ओर से पूरी दुनिया को एक अमूल्य उपहार है। आयुर्वेद में आपको कई ऐसी जड़ी-बूटियां मिल जाती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य को अच्छा और सेहतमंद बनाने के काम आती हैं।

आयुर्वेद के अमूल्य भंडार में एक नाम आता है अरंडी तेल का, याने आपके पहचान की भाषा में कहें तो कैस्टर ऑइल का। यह तेल हमें रिकिनस के पौधे के बीजों से प्राप्त होता है। कैस्टर बीन्स भी कहा जाता है। आज इस लेख में हम अरंडी के तेल के फायदे  और उपयोगों के बारे में विस्तार से जानेंगे। इसके साथ ही हम इसके इस्तेमाल से होने वाले नुकसान की भी चर्चा करेंगे।

किसी भी दवा का उपयोग करने का एक तरीका है। यदि हम इन दवाओं का सेवन या उपयोग निर्धारित तरीके से करते हैं तो हमें काफी लाभ मिलता है। लेकिन अगर हम आधी अधूरी जानकारी लेकर किसी दवा का इस्तेमाल करते हैं तो हमें काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

यह नियम अरंडी के तेल पर भी लागू होता है। इसलिए हम कहते हैं कि आप इस लेख को ध्यान से पढ़ें, तभी आप इस कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान के बारे में ठीक से जान पाएंगे और इस तेल का अच्छे से फायदा उठा पायेंगे। Castor Oil Benefits In Hindi यह लेख विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो आयुर्वेद को शास्त्रीय और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखते हैं। तो आइए अब हम Castor oil के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हैं।

विषय की सूची

कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान Castor Oil Benefits In Hindi

अरंडी के तेल को एक बहुउपयोगी वनस्पति औषधीय तेल के रूप में जाना जाता है। आमतौर पर हम औषधीय दवाओं, खाद्य पदार्थों, स्वास्थ्य और त्वचा की देखभाल के लिए अरंडी के तेल का उपयोग करते रहे हैं। लेकिन कैस्टर ऑयल का उपयोग औद्योगिक स्नेहक और बायोडीजल ईंधन में एक योज्य घटक के रूप में भी किया जाता है।

अरंडी का तेल इन दिनों अपने गुणों के कारण हमारी दादी-नानी के नुस्खे के खजाने से निकलकर बहुत लोकप्रिय हो रहा है। लेकिन फिर भी कुछ दोस्तों को अरंडी के तेल के फायदे और इसके इस्तेमाल के बारे में ठीक से जानकारी नहीं है। और इसे समझते हुए Priyashopweb ने यह लेख लिखा है। आपके संपूर्ण शरीर की देखभाल में अरंडी के तेल के क्या लाभ हैं? और हम अपने लाभ के लिए इस बहुक्रियाशील तेल का उपयोग कैसे कर सकते हैं? हम एक लेख के माध्यम से इस पर एक नज़र डालेंगे।।

इसके साथ ही हम इस लेख के अंत में पाठकों के मन में उठने वाले कुछ सवालों के जवाब देने का भी प्रयास करेंगे। कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान के बारे में जानने के लिए लेख को अंत तक पढे।

कैस्टर ऑयल क्या है What is castor oil in Hindi

कैस्टर ऑइल एक बहुउपयोगी वनस्पति औषधि तेल है। जिसे हिंदी भाषा में अरंडी का तेल इस नाम से जाना जाता है। यह तेल हमें अरंडी वनस्पति के फलों को प्रोसेस करने के बाद प्राप्त होता है। अरंडी के यह बीज डार्क चॉकलेटी और सफेद चट्टेदार रंग के होते है। इन्ही फलों को मसलकर उनसे यह ऑइल निकाला जाता है।

अरंडी का पेड़ हमें बारमाही इसके फल देता है, जिनके जरिए अरंडी तेल की निर्मिति होती है। अरंडी तेल की उत्पत्ति मूलतः दक्षिण-पूर्वी भूमध्य सागर, पूर्व अफ्रिका और भारत महाद्वीप की है, पर अभी यह उष्ण कटिबद्धिय क्षेत्रों तक फ़ैल चुका है।

अरंडी तेल का एक मात्र स्त्रोत अरंडी पेड़ के फल है। अरंडी तेल का वैश्विक उत्पादन लगभग दस लाख टन प्रति वर्ष इतना होता है। और इसका सब से ज्यादा उत्पादन ‘हमारे भारत’ देश में होता है।

भारत की विभिन्न भाषाओं में अरंडी तेल के नाम 

  • हिंदी – अरंडी
  • तमिल – अमानक्कू
  • गुजराती – दिवेल
  • कन्नड़ – हरालेन
  • मराठी – एरंड
  • तेलगु -आमुदम
  • मलयालम – अवनक्कू
  • उर्दू – इरण्डी
  • बांग्ला – एंड्रो
  • संस्कृत – गंधर्वहस्तक

अरंडी तेल के उपयोग Castor oil uses in Hindi

castor oil uses  के अगर बात करे तो इसमें एंटी-इंफ्लेमटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बेक्टेरियल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते है। जैसे हमने पेहेले भी कहा है की इस तेल को रिकिसन कम्युनस के फलों में से जो तेल निकलता है उससे बनाया जाता है। इसी फल को हम अरंडी फल के नाम से जानते है।

जब यह तेल निकलता है इसमें रिकिन नामक विषारी अम्ल भी होता है। और इसे एक प्रोसेस के जरिये बादमें निकाला जाता है। इस castor oil का उपयोग हम आम तौर पर दवाओं, त्वचा की देखभाल, खाद्य पदार्थ और इसका उपयोग औद्योगिक स्नेहक तथा बायोडीजल ईंधन बनाने में लगने वाले घटक के रूप में किया जाता है।

अरंडी तेल के औद्योगिक उपयोग

कैस्टर ऑयल के बहोत सारे औद्योगिक उपयोग है जिसमें प्रमुख साबुन बनाने कि प्रक्रिया, पेंट बनाने के लिए, सौंदर्य प्रसाधन बनाने की प्रक्रिया में, लुब्रिकेट बनाने के लिए, चिपकाने वाला पदार्थ बनाने की प्रक्रिया में किया जाता है।

हमें castor oil  में हल्का रेचक एवं चिकनाई भरा गुणधर्म मिल जाता है।  इसकारण इसका उपयोग कई सारी औषधि बनाने की प्रक्रिया में भी बरसों से होता आया है। साथ ही इसका उपयोग मूल्यवान औद्योगिक केमिकल के तौर पर किया जाता है। सोप, वॅक्स, ग्रीस पॉलिमर मटेरियल्स, फ्यूल और बायो-डीजल के निर्माण कार्य में भी आप castor oil का उपयोग होते देख सकते है।

अरंडी तेल के आयुर्वेदिक उपयोग

अरंडी तेल का उपयोग हम बहोत सालों से करते आये है। इस सर्वगुणसंपन्न औषधि तेल का उपयोग सूजन कम करने के लिए, पिट, पेट और गुदा मार्ग में होने वाले दर्द को कम करने के लिए,पेट की बीमारी, फोड़े-फुंसी, सर्दी के कारण होने वाली समस्याओं आदि को कम करने के लिए किया जाता है।

साथ ही  दिमाग, रूचि, आरोग्य, याद-दाश्त को दुरुस्त करने हेतु किया जाता है। अरंडी का तेल बल, आयु को बढाता है और हमारे ह्रदय को भी स्वस्थ बनाता है। अरंडी का तेल ताकत और उम्र बढ़ाता है और हमारे दिल को भी स्वस्थ बनाता है। बस आपको इसके इस्तेमाल और सेवन का सही तरीका पता होना चाहिए तभी आप इसका 100% फायदा उठा सकते हैं।

अरंडी तेल के प्रकार Types of castor oil in Hindi

अरंडी तेल के फायदे जानने से पेहेले हम इसके प्रकार के बारे में थोडी जानकारी लेते है। वैसे देखा जाए तो अरंडी तेल (CASTOR OIL) के बहोत से प्रकार पाए जाते है। लेकिन सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले प्रकार चार हैं, तो आइए जानते हैं इनके बारे में।

१. ऑर्गेनिक कोल्ड-प्रेस्ड कैस्टर ऑयल – Organic pressed castor oil

यह कैस्टर ऑइल ऑर्गेनिक पद्धति का अवलंब करके निकाला जाता है। जिसमे अरंडी के फलों को दबाके उसमे से तेल निकाला जाता है। और इसे गर्म किये बिना उपयोग में लाया जाता है जिसकारण आपको इसके पोषक तत्व सारे के सारे मिल जाते है। आपको यह दो तरह से बाज़ार में मिल जाता है, रिफाइंड और अनरिफाइंड। ये अरंडी का तेल बहोत ही गाढा होता है और देखने में पीला होता है।

२. जैमेकन ब्लैक कैस्टर ऑयल – Jamaican black castor oil

यह तेल बनाने के लिए अरंडी के फलों को भुना जाता है। और फिर इसका तेल निकाला जाता है। फलों को भूनते वक्त जो राख बचती है उसे भी इस तेल में मिलायी जाता है। जिस कारण यह तेल काले रंग का बन जाता है। यह आयल बनानेका तरीका हमें जैमेका देश में देखने मिलता है। इसलिए इसे जैमेकन ब्लैक कैस्टर ऑइल कहा जाता है।

आपको इस प्रकार के कैस्टर ऑइल में सभी प्रकार के पौष्टिक तत्व मिल जाते है और इसमें राख मिलाने के कारण इसका स्वाद खारा होता है। उपयोगकर्ता को यह तेल एक्ने पिंपल और बालों में होने वाली रुसी को कम करने हेतु उपयोगी है।

३. हाइड्रोजनेटेड कैस्टर ऑयल – Hydrogenated castor oil

कैस्टर ऑइल में हाड्रोजन रसायन जोड़ने के कारण हायड्रोजन कैस्टर ऑइल की निर्मिती होती है। जिसमे निकल नामक एक रासायनिक तत्व का जोड़ अहम् है। आप इस ऑइल को अरंडी का मोम भी कह सकते हो। यह बहोत ही कठोर होता है। जो पानी में घुल नहीं पाता और साथ ही इसका कोई गंध भी नही होता।

मतलब यह पूरी तरह से गंधहीन और अघुलनशील है। इस प्रकार के तेल का उपयोग बॉडी लोशन और क्रीम जैसे सौंदर्य प्रसाधनोंमे किया जाता है। साथ ही इसका उपयोग वैक्स मोमबत्ती पेपर कोटिंग और ग्रीस बनाने की प्रक्रिया में होता है।

४. केमिकल एक्सट्रेक्टेड कैस्टर ऑयल – Chemical extracted castor oil

एक्सट्रेक्टेड कर के तेल निकालना खार कर अरंडी के फलों से तेल निकालने का सबसे आसान तरिका है। इस तेल को केमिकल की मदद से एक्सट्रेक्ट करके निकाला जाता है। इस कारण इसे केमिकल एक्सट्रेक्टेड कैस्टर ऑयल कहा जाता है। यह तेल कीमत में बहोत ही सस्ता होता है। जिसकी महत्वपूर्ण वजह इसकी बनाने की प्रक्रिया है। इसमें हेप्टेन और हेक्सेन जैसे साल्वेंट्स मौजूद होते है।

कैस्टर ऑयल के फायदे Benefits Of Castor Oil In Hindi

हम आपको आगे अरंडी तेल ( castor oil ) के त्वचा, बाल और स्वास्थ्य संबंधी फायदें बताने जा रहे है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से अगर देखा जाए तो कैस्टर ऑइल बहोत ही लाभदायक साबित होता है।

१. अरंडी तेल के त्वचा संबंधी फायदे Castor oil benefits for skin

अरंडी तेल के त्वचा संबंधी फायदे (Skin benefits of castor oil in Hindi)
अरंडी तेल के त्वचा संबंधी फायदे (Skin benefits of castor oil in Hindi)

अरंडी का तेल हमारी स्किन के लिए बहोत ही उपयोगी साबित होता है। जैसे की हमने आपको पहले भी बताया है castor oil में आपको विशेष गुणधर्म मिलते है जो हमारे त्वचा को संरक्षण देते है। जिसमें महत्वपूर्ण गुण इसकी चिकनाई, स्किन को आराम और स्किन को कंडीशन करने वाले अहम गुण है।

प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र

castor oil में मौजूद रिसिनोलेक एसिड फैटी एसिड से भरपूर होता है इस वजह से रूखी त्वचा की समस्या से बचाव के लिए अरंडि का तेल उपयोगी साबित होता है। इसका चिकनाई वाला गुण यहां कारगर साबित होता है।

वातावरण में होने वाले बदलाव के कारण अगर हमारी त्वचा रूखी सुखी होती है तो ऐसे में हम castor oil का उपयोग त्वचा पर करके उसमे नमी प्रदान करने का उपाय कर सकते है।

यह एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर की तरह काम करके हमें रूखी त्वचा की समस्या से बचाता है। यह बाजार में उपलब्ध महंगे और केमिकल युक्त मॉइस्चराइजिंग लोशन का सबसे सस्ता और बेहतरीन आयुर्वेदिक विकल्प है।

स्किन एजिंग से बचाव

अगर हम कैस्टर ऑयल के फायदे की बात करे तो स्किन एजिंग प्रोसेस को धीमा करना इसकी सबसे अच्छी उपलब्धि है। स्किन एजिंग में आमतौर पर स्किन डल दिखना और उसमें रिंकल्स पडना आम बात है।

अगर हम स्किन एक्सपर्ट की बात को समजे तो कैस्टर आयल त्वचा के अंदर तक समाता है। इस तरह यह त्वचाके अंदर के प्रोटीन तत्वों को उत्तेजित करता है। इसवजह से आपके स्किन की ऊपरी परत में सुधार होकर वह स्किन रिजनरेट होती है। इसका अभीतक वैज्ञानिक तौर पर खुलासा होना बाकी है की यह कितना असरदार हो सकता है।

स्ट्रेच मार्क्स के लिए कैस्टर ऑयल

स्ट्रेच मार्क्स हमें आमतौर पर प्रेग्नेंसी के बाद आते या फिर वजन बढ़ने के कारण त्वचा लोचदार होने पर। लोचदार त्वचा वालों को यह समस्या कम याफिर ज्यादा मात्रा में हो सकती है। स्ट्रेच मार्क्स को कम करने के लिए या उनको रोकने के लिए हमें डिलीवरी के तीन महीने पहले ही जहा हमें स्ट्रेच मार्क्स आने का अंदेशा हो वहां पर लगाना है।

कैस्टर ऑयल में फैटी एसिड होता है जो हमारी स्किन को खिंचाव से राहत देता है। अभी तक इसकी वैज्ञानिक पुष्टि नहीं हुयी है। पर हम भारतीय आयुर्वेद में इसका उपयोग करते आये है, और हमें लाभ भी मिला है।

मुहांसो को करे दूर

अरंडी तेल का उपयोग हम हमारे चेहरे पे जो मुहांसे आते है उनको कम करने के लिए कर सकते है। कैस्टर ऑयल में हमें रिसिलोनिक एसिड की मात्रा मिलती है। जो पिंपल को जन्म देने वाले बेक्टेरिया को खत्म करने में मदद करता है। जब यह बेक्टेरिया नष्ट हो जाते है धीरे धीरे मुहांसे आना भी कम हो जाता है। साथ ही मुहांसों की वजह से जो दाग धब्बे होते है वह भी कम हो जाते है। अरंडी तेल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इस वक्त बहोत काम में आता है।

संक्रमण और सूजन पे नियंत्रण

कैस्टर ऑयल में एंटी-सेप्टिक और एंटी-बेक्टेरियल गुण होते है। जिस वजह से यह आपको बेक्टेरिया संक्रमण और सूजन में राहत दिलाता है। यहां भी आपको एरंड तेल में मौजूद रिसिनोलिक एसिड उपयुक्त साबित होता है। जो सूजन कम करने का कार्य करता है।

२. कैस्टर ऑयल के फायदे बालों के लिए Castor oil for hair benefits

कैस्टर ऑइल के फायदे बालों के लिए castor oil for hair benefits
कैस्टर ऑइल के फायदे बालों के लिए castor oil for hair benefits

जैसे हमने अभी पढा के अरंडी तेल हमारी स्किन के लिए कैसे उपयोगी फायदे पोहोचता है। अब हम कैस्टर ऑयल के बालों के संबंधी फायदों को जानते है।

बालों को करे लंबा और घना

लंबे और घने बालों की चाहत हर स्त्री को होती है। पर कम ही ऐसी महिलायें है जिनका यह सपना पूरा हो पाता है। कैस्टर ऑइल  की मदद से आप अपना यह सपना हकीकत में उतार सकते हो। साथी ही यह बालों की अन्य संमस्याओं पर भी खासा आराम पोहोचाता है।

आपको इसमें जो रिसिनोलिक एसिड की मात्रा मिलती है जो हमारे स्केल्प का PH लेवल संतुलित रखके नैचरल ऑइल को बनाये रखता है। इस कारण हमारी बालों की जरूरती पोषण मिलने में मदद होकर स्केल्प के कोशिकाओं के रक्त संचार में भी बढ़ोतरी होती है। इसका पॉजिटिव असर कुछ ही दिनों के इस्तेमाल के बाद घने लंबे बालों के रूप में दिखाई देता है।

स्केल्प इंफेक्शन से बचाव

अरंडी तेल के फायदे की अगर बात करे तो आप इसकी मदद से अपने स्केल्प को संक्रमण से बचा सकते हो। डेंड्रफ की वजह से खुजली होकर संक्रमण होना बालों के लिए आम बात है। अरंडी तेल में जो एंटी-फंगल और एंटी-बेक्टेरियल गुण पाए जाते है वो हमें बालों की इस समस्या से बचाते है। इन गुणों के चलते कैस्टर ऑइल आपको स्केल्प में होने वाले इन्फेक्शन से बचाके आगे होने वाला संक्रमण रोकता है।

सफ़ेद बाल होंगे कम

कम उम्र में ही अगर आपके बाल सफेद हो रहे हो तो किसे बुरा नहीं लगेगा पर डरने की बात नहीं है। अरंडी तेल के उपयोग से आप इन सफ़ेद बालों की समस्या कुछ हद तक हल हो सकती है।

आपको कैस्टर ऑइल में ओमेगा-३ फैटी एसिड के तत्व मिलते है, जो बालों को सफ़ेद होने से रोकते है। इससे बालों को अपना खोया हुवा पिग्मेंट वापस आने में मदद मिलती है साथ ही यह स्केल्प का रक्त प्रवाह भी बढ़ाने में मदद करता है। नतीज़न आपके बाल पहले जैसे काले और घने बन जाते है।

दोमुहें बालों की समस्या

अगर हम बालों की ठीक से देखभाल नहीं करते है तो ऐसे में हमें बालों की बहोतसी समस्याओं से झुंजना पड़ता है। इसमें बाल रूखे होकर दो मुहें होना एक गंभीर समस्या है। और इनका उपाय करते करते हम परेशान हो जाते है। अंत में परेशान होकर इनको हम काट भी देते है और ऐसा करने से कुछ दिनों तक हमें आराम मिलता तो है, पर यह समस्या वापस हो जाती है।

कैस्टर आयल का उपयोग करके हम इस समस्या पे काबू पा सकते है। अरंडी का तेल स्केल्प के अंदर जाकर बालो के रूखे फॉलिकल्स को नरम करता है। आपको अरंडी तेल के ओलिक और लिनोलिक एसिड के गुण मिलते है जो हमारे बालों को प्रदुषण,स्ट्रेस और देखभाल की कमी के चलते होने वाले नुकसान से बचाते है। जब बालों को पोषण ठीक से मिलने लगता है तो दोमुहें बालों की समस्या अपने आप कम हो जाती है।

हेअर ग्रोथ में लाभदाई

अगर आपके बालों को कम पोषण मिलता है या अगर हम उनकी देखभाल करते समय कुछ गलतियां करते हैं, तो हमारे बालों की ग्रोथ लगभग कम हो जाती है। और कई बार हम उनमें तरह-तरह के केमिकल का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें शैंपू, कंडीशनर और केमिकल विधि से बनाया गया तेल शामिल होता है।

लेकिन यह आपकी समस्या का समाधान करने के बजाय और अधिक नुकसान करता है। और बालों के दुष्परिणामों का सामना हमें करना पड़ता है। लेकिन हम इन दुष्प्रभावों को प्राकृतिक उपचारों की मदद से कम कर सकते हैं। अरंडी के तेल का उपयोग करके हम अपने बालों को पोषण दे सकते हैं और उनकी खोई हुई वृद्धि को वापस ला सकते हैं।

अरंडी के तेल में हमें 90 प्रतिशत रिकिन ओलिक एसिड के गुण मिलते हैं। और साथ ही यह ओमेगा-6 और ओमेगा-9 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जो हमें बालों की ग्रोथ के लिए कई फायदे देता है।

३. स्वास्थ्य संबंधी कैस्टर ऑयल फायदे Health benefits of castor oil

स्वास्थ्य संबंधी अरंडी तेल फायदे (Health benefits of castor oil)
स्वास्थ्य संबंधी अरंडी तेल फायदे (Health benefits of castor oil)

जब बात आती है कैस्टर ऑयल के फायदे जानने की तो हम इसके सेहत संबंधी फायदों को कैसे भूल सकते है। आयुर्वेद में कैस्टर ऑइल को बहोत ही उपयुक्त और बहुउपयोगी माना गया है। और इस तेल को हम हमारी सेहत के लिए कैसे उपयोग में ला सकते है इनकी जानकारी लेते है।

नैचुरल शक्तिशाली रेचक

हम सदियों से अरंडी तेल को एक आयुर्वेदिक नुस्खे के रूप में इस्तेमाल कर रहे है। बहोत से जन इसे शक्तिशाली रेचक के रूप से भी जानते है। अध्ययन में भी यह भी पाया गया है की कैस्टर ऑइल के सेवन से सौच के दौरान तनाव और अपूर्ण मल त्याग की समस्या दूर होती है।

इसकी छोटी मात्रा लेना भी हमें बहोत राहत देता है। बड़ी मात्रा में लेना पेट में ऐंठन, मतली, उल्टी और दस्त जैसी समस्या पैदा करता है। कभी कभार होने वाली कब्ज़ की शिकायत इसके सेवन से दूर होती है। पर अगर आपकी यह बिमारी लंबे समय तक चल रही हो तो आप डॉक्टरी सलाह जरूर ले।

घाव भरने को बढ़ावा देता है

इस बहुगुणी अरंडी तेल के उपयोग से हम हमारे जख्म एवं घावों को जल्दी भर सकते है। घावों पर अरंडी का तेल लगाने से एक नम वातावरण बनता है जो उपचार प्रक्रिया को बढ़ावा देता है। अरंडी का तेल पर्यावरण में मौजूद प्रदूषण के कारण होने वाले बैक्टीरिया के संक्रमण को रोकता है। ऐसा इस तेल में मौजूद एंटीसेप्टिक गुणों के कारण होता है।

यह मृत कोशिकाओं को हटाकर नई कोशिकाओं के विकास में मदद करता है। जिससे आपके घाव जल्दी भर जाते हैं। लेकिन अगर आपका घाव अधिक गंभीर प्रकृति का है, तो आपको उस पर चिकित्सकीय उपचार जरूर करवाना चाहिए।

गठिया का इलाज

हम मध्यम तथा सबसे सामान्य प्रकार के गठिया के इलाज के लिए अरंडी तेल का उपयोग कर सकते है। दरअसल यह एक शोध में भी पाया गया है कि आपको अन्य एंटी इंफ्लेमेटरी दवा के सेवन से ज्यादा पॉजिटिव असर अरंडी के तेल से होता है।

अरंडी तेल एक आयुर्वेदिक औषधि है अगर हम इसका इस्तेमाल बताए गए तरीकों के अनुसार करते है तो हमें इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलता है। अरंडी का तेल ऑस्टियोआर्थराइटिस (osteoarthritis गठिया का सबसे सामान्य प्रकार) के स्तिथी में प्रभावी साबित हो सकता है।

बवासीर के लिए लाभदाई

जैसे की आप अब जान चुके है की अरंडी का तेल बहोत सारी औषधीय गुणधर्म होने के कारण सेहत के लिए उपयोगी साबित होता है। अरंडी के तेल का उपयोग करके हम बवासीर को तकलीफ कुछ हदतक कमकर सकते है।

यह तेल हमें बवासीर वाले हिस्से पर लगाना है। इससे आपका दर्द बहोत हद तक कम हो जाता है। यह जख्मी हुए आंत (tissue) को पोषण देने का काम करता है। जिससे वह जल्दी ठीक होने में काफी मदद मिलती है।

बवासीर में सबसे आराम दिलाने वाली बात आपका कब्ज और मल त्यागने में होनेवाली तकलीफ जब अरंडी तेल के सेवनसे आसान होती है, तब आपको इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलता है। अपको कैस्टर ऑयल में जो एंटी बेक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट के गुण मिलते है इनका लाभ यहां उपयुक्त साबित होता है।

*परंतु ध्यान रहे कोई भी औषधी का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना कभी भी अच्छा साबित होता है।

इम्यूनिटी बूस्टर

जब हमारी रोगप्रतिकारक शक्ति बढ़ती है तब हमे बहोत सी बीमारियों से आराम मिलता है। कैस्टर ऑयल के फायदे के लिस्ट में हमे हमारी सेहत को बूस्ट देने वाली इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने वाले तत्व मिलते है।

यह हमारे रोगप्रतिकरक शक्ति को बढ़ाने का काम करता है। कैस्टर ऑइल का इस्तमाल करने से हमारा ब्लड सर्कुलेशन, लतिका प्रणाली और थाइमस ग्रंथी की कार्य प्रणाली में सुधार होता है। इसके उपयोग से शरीर में लिम्फोसाइटों की उत्पत्ति बढ़ती है। जिससे शरीर से विशहले पदार्थ दूर होकर हमारा शरीर स्वस्थ होकर बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है।


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कैस्टर ऑयल के फायदे castor oil uses in hindi

  • यह यीस्ट इन्फेक्शन से आराम दिलाता है।
  • वैरिकोज वेन्स (varicose veins) के इलाज में उपयुक्त।
  • सेक्सुअल हेल्थ को सुधारनेके लिए फायदेमंद।
  • प्रेगनेंसी के दौरान कैस्टर ऑयल का उपयोग होता है।
  • आंखो की बीमारियों के इलाज में उपयुक्त है।
  • अरंडी का तेल बेडसोर के इलाज में भी मदद करता है।
  • साफ सुथरी त्वचा पाने के लिए।
  • मस्सों के इलाज में भी अरंडी का तेल उपयुक्त है।
  • गर्भाशय की सूजन को ठीक करने में मददगार।
  • पेट में बढ़ने वाली चर्बी को यह कम करता है।
  • पीलिया में भी यह लाभदाई है।
  • किडनी की सूजन कम करता है।
  • ब्रेस्ट के ग्लैंड को कम करने में मददगार है।
  • यूटेरस की सूजन कम करने वाले तत्व शामिल।
  • स्त्रियाओंकी मासिक समस्या में आराम दिलाता है।

अरंडी तेल कैसे इस्तमाल करे castor oil uses in hindi

अरंडी तेल कैसे इस्तमाल करे How to use castor oil Hindi
अरंडी तेल कैसे इस्तमाल करे How to use castor oil Hindi

अरंडी तेल का उपयोग कैसे करे और इसकी खुराक कितनी लेनी है इसका कोई वैज्ञानिक परिमाण अभी तक मौजूद नहीं है। अरंडी तेल अन्य तेल के मुकाबले थोड़ा गाढ़ा होता है। इसलिए हमे कोई भी कैरियर तेल लेकर उसमें मिक्स करके इसका इस्तमाल करना अच्छा होता है।

हर एक व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य के ऊपर इसकी इस्तमाल की स्तिथि निर्भर होती है। फिर भी अगर आपको कैस्टर ऑयल के इस्तमाल का तरीका ठीक से पता न हो तो आप डॉक्टरी मदद बिना किसी संकोच के ले सकते हो।क्योंकि अगर आपने इसका इस्तमाल आधि अधुरी जानकारी लेकर किया तो इसके दुष्परिणाम भी हो सकते है।

  • अगर आपको पेट दर्द या गैस की तकलीफ होती है तो कैस्टर ऑयल को गुनगुना करके इसकी पेट में अच्छी मालिश करे।
  • बालों में लगाने से पहले इसे नारियल तेल में मिलाकर रातको बालों के जड़ों में लगाना है, और अगली सुबह सबसे अच्छे शैंपू से धो लेना है।
  • आप अगर डार्क सर्कल से परेशान हो तो अरंडी तेल को नारियल तेल में मिक्स करके रात को सोने से पहले आंखो के डार्क सर्कल में लगाके सुबह पानी से साफ करना है।
  • स्किन प्रोब्लेम में गुनगुने अरंडी के तेल को चेहरे पे लगाकर सुबह चेहरा अच्छे से ठंडे पानी से धोना है।
  • कैस्टर ऑइल में पेट साफ करने वाले गुणधर्म होते है, कब्ज की तकलीफ दूर करने के लिए इसे संतरे के रस में मिलाके इसका सेवन कर सकते है। पर अगर अपको यह तकलीफ गंभीर स्वरूप की हो तो अपको डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए।

कैस्टर ऑइल के पौष्टिक तत्व Castor oil nutrition information in Hindi

अब जानते है आखिर कैस्टर ऑयल में ऐसा क्या है जो इसे इतना स्पेशल तेल बनाता है।

  • 90% रिसिनोलिक एसिड
  • 4% लिनोलिक एसिड
  • 3% ओलिक एसिड
  • 1% स्टीयरिक एसिड

एक चम्मच कैस्टर ऑयल में हमे कैलोरिज 120gm, फैट 14gm, विटामिन E, ओमेगा – 9 फैटी एसिड, ओमेगा – 6 फैटी एसिड की मात्रा मिलती है।


प्रेगनेंसी में कैस्टर ऑयल के फायदे Benefits of castor oil in pregnancy

प्रेग्नेंसी के अंतिम पड़ाव में जब लेबर पेन ठीक से नहीं आते तब कैस्टर ऑयल की खुराक देना बरसो से चला आ रहा है पर अभी भी इसमें संशोधन करने की बहोत ही जरूरत है। जैसे की हमने पहले भी कहा है की कैस्टर ऑयल में शक्तिशाली रेचक के गुणधर्म पाए जाते है।

जिस वजह से अगर कोई गर्भवती महिला एक चम्मच भी कैस्टर ऑयल का सेवन करती है तो उसे बार बार सौचालय जाने की समस्या हो सकती है। पेट भी खराब हो सकता है। इसलिए हम साफ शब्दों में यह कह सकते है की प्रेगनेंसी के दौरान कैस्टर ऑयल का इस्तमाल ना ही करे तो अच्छा होगा।

पर अगर आपके परिचारिका को इसके इस्तमाल की सटीक जानकारी हो तभी आप इसका इस्तमाल कर सकते हो। फिर भी हम वापस कहते है की प्रेगनेंसी के दौरान कैस्टर ऑयल का उपयोग डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही करे। वरना इसका इस्तमाल करने से बचे क्योंकि इसके इस्तमाल से गर्भपात होने का खतरा भी हो सकता है।

गर्भवती महिलाओं को बच्चे को जन्म देने में मदद करने के लिए सदियों से अरंडी का तेल भी इस्तमाल किया जाता है। वास्तव में १९९९ में किए गए सर्वेक्षण में पाया गया की अमेरिका में ९३% आयावोने (परिचारिका) लेबर पेन आने हेतु अरंडी का उपयोग किया। और एक सर्वेक्षण में ऐसा भी देखा गया की ९१% स्त्रियों को प्रेगनेंसी के दरमियान कैस्टर ऑयल का प्रयोग किया उनको डिलीवरी में कोई भी तकलीफ नहीं हुई। (हालांकि इसमें और संशोधन होने की आवश्कता है)


बच्चों के लिए अरंडी तेल के फायदे Benefits of castor oil for baby

बच्चों के लिए अरंडी तेल के फायदे
बच्चों के लिए अरंडी तेल के फायदे

अरंडी का तेल छोटे बच्चो के लिए भी फायदेमंद साबित होता है। तो आइए जानते है इसके छोटे बच्चो के लिए महत्वपूर्ण फायदे कौनसे है।

मालिश के लिए कैस्टर ऑयल

अगर आपके बच्चे के कोमल त्वचा के लिए आप एक अच्छे मॉइश्चराइज युक्त मसाज ऑयल के तलाश में हो तो आपके लिए कैस्टर ऑयल एक अच्छा ऑप्शन है। अपको इसमें एंटी ऑक्सीडेंट के गुणधर्म मिलते है जो बच्चो के शुष्क त्वचा को नमी प्रदान करके पोषण देने में मदद करते है। गुनगुने गर्म कैस्टर ऑयल से मसाज करना बहोत लाभदाई होता है।

बालों के लिए कैस्टर ऑयल

बच्चों के बालो की कैस्टर ऑयल से मसाज करने से उनमें प्राकृतिक चमक आती है। साथ ही बालों का विकास भी जल्दी होता है। इसके इस्तमाल से इन्फेक्शन का भी खतरा दूर हो जाता है।

डायपर रेशेज के लिए कैस्टर ऑयल

कैस्टर ऑइल में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व शामिल होते है। जिनकी मदद से डायपर से होने वाली जलन से आराम मिलता है। और रेशेज से भी छुटकारा मिलके स्किन सॉफ्ट और मुलायम बनती है।

(नोट – यह नुस्खे खास कर उन बच्चो के लिए है जिनकी उम्र ६ महीनों के ऊपर है। नवजात शिशु पर किसी भी तरह के तेल का प्रयोग करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लेले।)

अरंडी तेल के नुकसान क्या है Castor oil side effects in Hindi

अब तक पूरे लेख में हमने castor oil के सभी फायदे जानकर उनका किस तरह से अपने उपयोग में ला सकते है इसके बारे में जाना। कैस्टर ऑयल एक बहुउपयोगी आयुर्वेदिक तेल है जिसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण हमें मिलते है। जिसके कारण हमारी सेहत को बहोत लाभ मिलता है।

पर अगर कैस्टर ऑयल के इस्तमाल की अधूरी जानकारी आपके लिए हानिकारक हो सकती है। और इसके सेहत पे नुकसान भी उठने पड़ सकते है। आगे हम कैस्टर ऑयल से होने वाले कुछ नुकसान के बारे में जानकारी लेते है।

डायरिया होने का खतरा

कैस्टर ऑइल में पेट को साफ करने वाले गुणधर्म पाए जाते है। पर अगर इसकी हद से ज्यादा मात्रा पेट में चली जाए तो आपको डायरिया होने का खतरा हो सकता है। ऐसे में आपको दस्त चालू होकर पेट में ऐंठन, मरोड़, दर्द, उल्टी और जी मिचलाना जैसी समस्या हो सकती है। अगर आपने तुरंत डायरिया का इलाज नहीं किया तो शरीर को पानी की कमी के चलते और कठिनाइयां हो सकती है।

मांस पेशियों के दर्द

कैस्टर ऑइल का प्रमाण के विरुद्ध अगर ज्यादा सेवन किया जाए तो आपके मांसपेशियों में ऐंठन का कारण बनता है। अगर यह समस्या ज्यादा हो तो समय पर डॉक्टरी सलाह लेना बेहद जरुरी है।

उल्टी होना

Castrol oil का बहुत मात्रा में सेवन करना अनेक समस्याओं और तकलीफों को आमंत्रण देने जैसा है। जिसमें आपको बार-बार उल्टी होकर आप डिहाइड्रेशन का शिकार हो सकते हो। अगर आप ने समय के चलते डॉक्टर इलाज नहीं किया तो इसका असर आपके ह्रदय गति पर भी पढ़ सकता है।

गर्भपात का खतरा

बेहतर होगा कि गर्भवती महिलाएं अरंडी के तेल का सेवन न करें। क्योंकि अगर इसकी मात्रा थोड़ी भी ज्यादा हो तो बहुत गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। जिनमें से सबसे बड़ा अरंडी के तेल के अधिक सेवन से होने वाला गर्भपात है।


निष्कर्ष – Conclusion 

हमें उम्मीद है कि आपको इस लेख में अरंडी के तेल को लेकर आपके मन में उठ रहे सवालों के जवाब मिल गए होंगे। कैस्टर ऑयल के फायदे और नुकसान में, हमने आपके लिए सभी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया है। आप इस अरंडी के तेल को अपनी दैनिक स्वास्थ्य देखभाल दिनचर्या में अपनाकर इसका लाभ उठा सकते हैं, आयुर्वेद के खजाने से उत्पन्न यह आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

अरंडी तेल कहां से खरीदे – आप अरंडी तेल आजकल ऑनलाइन भी खरीद सकते हो । साथ ही कॉस्मेटिक दुकान और मेडिकल स्टोर में भी यह आसानी से मिल जाता है।

अरंडी तेल की कीमत – अरंडी तेल की कीमत कितनी होती है यह जानने के लिए यहां क्लिक करके इसकी कीमत जान सकते है। और दी गई लिंक के माध्यम से आप इसको खरीद भी सकते हो।


FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q. कैस्टर आयल को हिंदी में क्या कहते है?

A. कैस्टर आयल को हिंदी में अरंड, एरंड, एरंडी, रेंड़ी इन नामों से जाना पहचाना जाता है।


Q. कैस्टर ऑयल कितने का आता है?

A. शुद्ध तरीकेसे तैयार किया गया कैस्टर आयल सामान्यतः रु. ७० से लेकर ज्यादा से ज्यादा रु. ५०० तक आपको मार्केट में मिलता है।


Q. कैस्टर ऑयल चेहरे पर लगाने से क्या होता है?

A. अरंडी का तेल हमारी स्किन के लिए बहोत ही उपयोगी साबित होता है। जैसे की हमने आपको पहले भी बताया है castor oil में आपको विशेष गुणधर्म मिलते है जो हमारे त्वचा को संरक्षण देते है। जिसमें महत्वपूर्ण गुण इसकी चिकनाई, स्किन को आराम और स्किन को कंडीशन करने वाले अहम गुण है।


Q. कैस्टर ऑयल पीने से क्या होता है ?

A. अरंडी का तेल पिने से आमतौर पर वायु के तमाम प्रकार के रोग, शूल, सूजन, वायुगोला, मूत्रावरोध, अंडवृद्धि, अफरा, पीलिया, पैरों का वात, कृमिरोग, नेत्ररोग इत्यादि को ठीक होने में मदद होती है।


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