6 अक्तूबर 2025

टोनर और सीरम में से कौन सा बेहतर है? त्वचा के लिए पूरी जानकारी

टोनर और सीरम में से कौन सा बेहतर है? त्वचा के लिए पूरी जानकारी

आपने कभी सोचा है कि आपकी त्वचा के लिए टोनर और सीरम में से कौन सा वाकई ज्यादा काम करता है? दोनों को बाजार में एक जैसा दिखाया जाता है - छोटे बोतलें, अलग-अलग दावे, और एक ही शेल्फ पर रखे गए। लेकिन असलियत ये है कि ये दोनों अलग-अलग काम करते हैं। एक तो आपकी त्वचा को साफ करता है, दूसरा उसे गहराई से पोषण देता है। अगर आप सिर्फ एक ही चीज चुन सकते हैं, तो कौन सा होना चाहिए? ये सवाल आज भी लाखों लोगों के दिमाग में घूम रहा है।

टोनर क्या होता है?

टोनर एक तरह का स्किन केयर प्रोडक्ट है जो आमतौर पर फेस वॉश के बाद लगाया जाता है। इसका मुख्य काम है - त्वचा के छिद्रों को सिकोड़ना और बाकी बची हुई गंदगी, ऑयल और मेकअप के अवशेष हटाना। अगर आप फेस वॉश से त्वचा को साफ करते हैं, तो टोनर उसके बाद का अंतिम स्टेज है।

पुराने टोनर अल्कोहल से भरे होते थे, जो त्वचा को सूखा देते थे। लेकिन आज के टोनर अलग हैं। अब ये एलोवेरा, गुलाब जल, हर्बल एक्सट्रैक्ट्स और हाइड्रेटिंग एजेंट्स से बने होते हैं। कुछ टोनर में सैलिसिलिक एसिड भी होता है, जो एक्ने वाली त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है।

अगर आपकी त्वचा तेलीय है या आपको ब्राउन पॉइंट्स और काले दाग होते हैं, तो टोनर आपके लिए एक जरूरी स्टेप हो सकता है। ये आपकी त्वचा को बैलेंस करता है, pH लेवल को स्टेबल रखता है, और अगले स्टेप्स - जैसे सीरम या मॉइस्चराइजर - को बेहतर तरीके से सोखने में मदद करता है।

सीरम क्या होता है?

सीरम त्वचा के लिए एक अलग ही ताकत है। ये बहुत हल्का और पतला होता है, लेकिन इसमें एक्टिव इंग्रेडिएंट्स की घनत्व बहुत ज्यादा होती है। जब आप सीरम लगाते हैं, तो ये आपकी त्वचा के ऊपरी लेयर के बजाय, गहरे लेयर्स तक पहुंच जाता है।

ये आपकी त्वचा को विटामिन सी, हाइलूरोनिक एसिड, रेटिनॉल, नियासिनमाइड, या एंटीऑक्सीडेंट्स जैसी चीजों से भर देता है। अगर आपको उम्र बढ़ने के निशान, डार्क स्पॉट्स, या त्वचा की सूखापन की समस्या है, तो सीरम आपकी त्वचा को असली बदलाव लाने में मदद करता है।

एक अच्छा सीरम आपको दो हफ्ते में नहीं, बल्कि चार से छह हफ्ते में असली अंतर दिखाता है। ये एक लंबे समय तक का निवेश है। ये त्वचा को नहीं, बल्कि उसके अंदर के सेल्स को बदलता है। इसलिए इसे सिर्फ एक ‘कॉस्मेटिक’ प्रोडक्ट नहीं, बल्कि एक ‘थेरेप्यूटिक’ ट्रीटमेंट समझना चाहिए।

टोनर और सीरम में अंतर क्या है?

ये दोनों एक ही बोतल में नहीं होते। ये दो अलग चीजें हैं, जिनका काम अलग है। आइए एक तुलना करें:

टोनर और सीरम की तुलना
पहलू टोनर सीरम
मुख्य उद्देश्य त्वचा को साफ करना और pH बैलेंस करना त्वचा को गहराई से पोषण देना
संरचना पतला, पानी जैसा थोड़ा गाढ़ा, लेकिन अभी भी आसानी से सोख जाता है
एक्टिव इंग्रेडिएंट्स हर्बल एक्सट्रैक्ट्स, हाइड्रेटिंग एजेंट्स, सैलिसिलिक एसिड विटामिन सी, हाइलूरोनिक एसिड, रेटिनॉल, नियासिनमाइड
लगाने का समय फेस वॉश के बाद, सीरम से पहले टोनर के बाद, मॉइस्चराइजर से पहले
असर की गहराई सतही लेयर गहरे लेयर्स तक
असर का समय तुरंत 4-8 हफ्ते

यानी टोनर आपकी त्वचा को तैयार करता है, और सीरम उसे बदल देता है। एक बात स्पष्ट है - दोनों को एक साथ इस्तेमाल करना सबसे बेहतर है। लेकिन अगर आपको केवल एक ही चीज चुननी है, तो आपका फैसला आपकी त्वचा की जरूरत पर निर्भर करता है।

कब टोनर बेहतर है?

अगर आपकी त्वचा तेलीय है, तो टोनर आपके लिए एक जरूरी चीज है। तेलीय त्वचा वाले लोगों को अक्सर ब्लैकहेड्स, ब्राउन पॉइंट्स और बड़े छिद्र होते हैं। टोनर इन सबको कम करता है।

अगर आप एक्ने के लिए बेंजोइल पेरॉक्साइड या एडिनोइन जैसे उत्पाद इस्तेमाल करते हैं, तो टोनर आपकी त्वचा को शांत रखता है। ये उन उत्पादों के नुकसान को कम करता है जो त्वचा को सूखा देते हैं।

अगर आपकी त्वचा बहुत गंदी होती है - जैसे आप डेली मेकअप करते हैं या शहर में बहुत धूल में रहते हैं - तो टोनर आपके लिए एक अतिरिक्त साफ़ करने का तरीका है। ये आपको लगता है कि आपने फेस वॉश कर लिया है, लेकिन असल में अभी भी कुछ बचा है। टोनर उस बची हुई गंदगी को निकाल देता है।

सीरम की गहरी त्वचा प्रवेश करते हुए चमकदार कण दिख रहे हैं।

कब सीरम बेहतर है?

अगर आपकी त्वचा सूखी है, बूढ़ी लग रही है, या आपको डार्क स्पॉट्स और उम्र के निशान दिख रहे हैं, तो सीरम आपके लिए ज्यादा जरूरी है।

विटामिन सी सीरम आपकी त्वचा को चमकदार बनाता है। हाइलूरोनिक एसिड वाला सीरम आपकी त्वचा को भरपूर पानी देता है - बिना तेल के। रेटिनॉल वाला सीरम आपकी त्वचा के कोलेजन को बढ़ाता है, जिससे झुर्रियां कम होती हैं।

एक अध्ययन, जो 2024 में Journal of Clinical and Aesthetic Dermatology में प्रकाशित हुआ, बताता है कि नियासिनमाइड वाले सीरम का इस्तेमाल करने वाले लोगों की त्वचा में 30% तक कम डार्क स्पॉट्स और 25% तक बेहतर टेक्सचर देखा गया। ये आंकड़े कोई फैंटेसी नहीं हैं। ये असली नतीजे हैं।

अगर आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा 5 साल बाद भी युवा लगे, तो सीरम आपका सबसे बड़ा टूल है। ये टोनर नहीं हो सकता। टोनर आपकी त्वचा को साफ करता है, लेकिन सीरम उसे नई जिंदगी देता है।

क्या आपको दोनों चाहिए?

अगर आपकी त्वचा की जरूरत बहुत अलग है - जैसे आपकी त्वचा तेलीय है लेकिन डार्क स्पॉट्स हैं - तो दोनों लगाना सबसे बेहतर है। टोनर आपकी त्वचा को तैयार करता है, और सीरम उसके अंदर के नुकसान को ठीक करता है।

ये दोनों एक दूसरे के साथ अच्छे से काम करते हैं। टोनर आपकी त्वचा के छिद्रों को खोल देता है, और सीरम उसी रास्ते से गहराई तक घुस जाता है। ये एक टीम है।

लेकिन याद रखें - ज्यादा नहीं, बल्कि सही चीजें चाहिए। अगर आप एक साथ 5-6 उत्पाद लगाते हैं, तो आपकी त्वचा भारी हो जाती है। टोनर + सीरम + मॉइस्चराइजर + सनस्क्रीन - ये चार ही चीजें बेसिक रूल हैं। बाकी सब ऑप्शनल है।

कैसे इस्तेमाल करें?

अगर आप टोनर और सीरम दोनों इस्तेमाल कर रहे हैं, तो ये स्टेप्स फॉलो करें:

  1. सुबह और शाम को अपना चेहरा फेस वॉश से साफ करें।
  2. टोनर लगाएं - एक कॉटन पैड पर डालकर या सीधे हाथ से त्वचा पर टैप करके।
  3. जब टोनर सूख जाए (5-10 सेकंड), तो सीरम लगाएं। एक या दो बूंदें काफी हैं।
  4. उसके बाद मॉइस्चराइजर लगाएं।
  5. सुबह को सनस्क्रीन जरूर लगाएं।

शाम को आप टोनर और सीरम लगा सकते हैं, लेकिन अगर आप रेटिनॉल वाला सीरम इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उसे सिर्फ शाम को ही लगाएं। रेटिनॉल सूरज की रोशनी में त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

टोनर और सीरम की त्वचा पर अलग-अलग भूमिका का प्रतीकात्मक चित्र।

क्या टोनर या सीरम अकेले काफी है?

अगर आपकी त्वचा बहुत अच्छी है - न तेलीय, न सूखी, न डार्क स्पॉट्स - तो शायद आपको सिर्फ मॉइस्चराइजर और सनस्क्रीन ही चाहिए। टोनर और सीरम आपके लिए जरूरी नहीं हैं।

लेकिन अगर आपको कोई समस्या है - चाहे वो एक्ने हो, या डार्क स्पॉट्स, या त्वचा का रंग असमान हो - तो टोनर या सीरम आपकी मदद कर सकते हैं।

अगर आपको बस एक ही चीज चुननी है, तो अगर आपकी उम्र 30 से ज्यादा है, तो सीरम चुनें। अगर आपकी उम्र 20 के शुरुआती है और आपको एक्ने की समस्या है, तो टोनर चुनें।

सामान्य गलतियां जिन्हें आप अपनी त्वचा के लिए नहीं करनी चाहिए

  • टोनर को फेस वॉश के बदले नहीं इस्तेमाल करें - ये साफ करने के लिए नहीं, बल्कि तैयार करने के लिए है।
  • सीरम को मॉइस्चराइजर के बदले नहीं लगाएं - सीरम पानी नहीं देता, विटामिन देता है।
  • टोनर या सीरम को अपनी आंखों के आसपास न लगाएं - ये जगह बहुत संवेदनशील है।
  • एक ही सीरम को बहुत ज्यादा लगाएं - ज्यादा मतलब बेहतर नहीं, बल्कि चिंगारी और लालिमा हो सकती है।
  • किसी भी नए सीरम को तुरंत शाम को न लगाएं - पहले एक छोटे हिस्से पर टेस्ट करें।

क्या घरेलू टोनर या सीरम काम करते हैं?

गुलाब जल, नींबू का रस, या एलोवेरा जेल जैसी चीजें आपकी त्वचा के लिए अच्छी लग सकती हैं। लेकिन ये टोनर या सीरम की जगह नहीं ले सकतीं।

गुलाब जल एक नेचुरल टोनर की तरह काम कर सकता है, लेकिन इसमें कोई एक्टिव इंग्रेडिएंट नहीं होता जो डार्क स्पॉट्स या झुर्रियों को ठीक करे। नींबू का रस त्वचा को चमकाता है, लेकिन ये भी असली सीरम की तरह गहराई तक नहीं जाता।

घरेलू नुस्खे अच्छे हैं, लेकिन उनका असर सीमित है। अगर आप असली बदलाव चाहते हैं, तो एक अच्छा सीरम या टोनर लेना ज्यादा सही है।

टोनर और सीरम दोनों एक साथ लगाना जरूरी है?

नहीं, जरूरी नहीं। अगर आपकी त्वचा बहुत अच्छी है, तो सिर्फ मॉइस्चराइजर और सनस्क्रीन काफी है। लेकिन अगर आपको एक्ने, डार्क स्पॉट्स या त्वचा का रंग असमान हो रहा है, तो टोनर या सीरम लेना बेहतर है। दोनों एक साथ लगाने से असर ज्यादा होता है।

क्या सीरम बहुत महंगा होता है?

कुछ सीरम महंगे होते हैं, लेकिन अच्छे सीरम कम मात्रा में भी काम करते हैं। एक बोतल आमतौर पर 2-3 महीने चलती है। अगर आप एक अच्छा सीरम लेते हैं, तो आपको बाद में कम खर्च करना पड़ता है - क्योंकि आपकी त्वचा कम खराब होती है।

क्या टोनर त्वचा को सूखा देता है?

पुराने टोनर अल्कोहल से भरे होते थे, जो सूखापन पैदा करते थे। आज के टोनर हाइड्रेटिंग और नेचुरल इंग्रेडिएंट्स से बने होते हैं। अगर आपको त्वचा सूख रही है, तो अल्कोहल-फ्री टोनर चुनें।

सीरम कब दिखने लगता है?

अगर आप हाइलूरोनिक एसिड वाला सीरम लगा रहे हैं, तो 1-2 हफ्ते में त्वचा में चमक आ सकती है। विटामिन सी या रेटिनॉल वाले सीरम का असर 4-8 हफ्ते में दिखता है। धैर्य रखें - ये त्वचा के अंदर काम करता है।

क्या टोनर के बिना सीरम लगाया जा सकता है?

हां, बिल्कुल। सीरम लगाने के लिए टोनर जरूरी नहीं है। लेकिन टोनर लगाने से सीरम का असर बेहतर होता है। अगर आप टोनर नहीं लगा रहे, तो सीरम अभी भी काम करेगा - बस थोड़ा कम तेजी से।

द्वारा लिखित:
राजवीर जोशी
राजवीर जोशी